Tuesday, 30 December 2008

१+ १ ..

Sunday, 21 December 2008

रंग...!

Saturday, 20 December 2008

क्या बात है !

रंग मुकुट !

स्वातः सुखाय !

लव...टु आल ...!

क्या रंग है ...

Saturday, 6 December 2008

क्या बात है !

Wednesday, 26 November 2008

हॉट...!


चाँद के पार ...


सर्दियां ...


लहरों की सवारी...


Tuesday, 25 November 2008

ड्रीम होर्स


Thursday, 20 November 2008

बॉम्बे...!


टूटी सपनों की बैसाखियाँ , तबियत हो गई हरी !
यार हमें जब से मिली , बॉम्बे की नौकरी ! !

Friday, 7 November 2008

Wednesday, 15 October 2008

प्यार कर ,प्यार का इजहार भी कर ...

प्यार कर...

प्यार का इजहार भी कर

पर ...इस कदर नहीं ...

की आसमान का दिल चटके

और...जमीन धुंआ -धुंआ हो जाए !



तुझे खूबी है ...

आंखों की इबारत पढ़ने की

शौक से पढ़

पर ...इस कदर नहीं

की खामोशियों की कमान पर

अफवाहों के बाण तन जायें !!

Tuesday, 14 October 2008

आज का आकाश बांधो ...

शुक्ल-पक्षी रात का, जादू घनेरा हो गया ।
कौन चुपके से तुम्हारा , दुध से मुंह धो गया । ।

गंध किसलय पी समीरण
फिर रहा है तन उघारे
छू रहे तुमको सहम कर
सांस झोंके ये बेचारे

मेरे हाथों हाथ तेरा ,शशक - शावक हो गया ।
कौन चुपके से तुम्हरा , दूध से मुंह धो गया । ।

आबनूसी केश बांधो
अब हया की रेख लान्घो
मत होंठ चाबो कुनमुना कर
आज का आकाश बांधो

उर्मियों मैं झील की ,को संगमरमर धो गया ।
कौन चुपके से तुम्हारा , दूध से मुंह धो गया । ।




Tuesday, 30 September 2008

कभी -कभी

कभी-कभी ऐसा भी होता कि आप निशाना कहीं और साधते हैं और लगता कहीं और है। ऐसे में आप को मासूमियत का लाभ नहीं मिलता । होता यह कि आप की लय भंग होती है । आप अपने लक्ष्य से भटक जाते हैं_ऐसे में बेहतर यही है कि आप अपनी राह चलते रहें।

Wednesday, 24 September 2008

इन दिनों

कल आज और कल यानिकी इन दिनों सब कुछ
ठीक वैसा नहीं चल रहा है जैसा की सोचा था _ सोचा हुआ सब चलता भी कहाँ है / समय के साथ चलने मे ही भलाई है। भलाई को भला और बुरे को भला यही बात ठीक लगाती है .सब अल्ला के बन्दे हैं इन पर गुस्सा कैसा और इनसे खोफ कैसा। भला हो सब का भला हो .

Monday, 22 September 2008

har din

har din hota hai naya din par akdam se naya to nahin hota

Sunday, 21 September 2008

मुड़- मुड़ के...

जीवन के हर मोड़ पर आता है टर्निंग पाइंट, लेकिन जनाब हर मोड़ से पहले अपने से पहले मुड़ने वालों को भी देखो...
मुड़- मुड़ के देख या न देख पर मुड़ने से पहले जरूर देख।